Class 10 Hindi subjective question answer
(1) रंगप्पा कौन था और वह मंगम्मा से क्या चाहता है ?
उत्तर – रंगप्पा गाँव का जुआरी और आवारा लड़का था। वह धन के लोग में दही बेचकर आते समय मंगम्मा के साथ छेड़छाड़ क्या करता था और उससे पैसे भी झटक लेना चाहता था। इतना ही नहीं हुआ मंगम्मा को अनाथ समझकर उसकी इज्जत भी लूटना चाहता था।
(2) माँ मंगू को अस्पताल में क्यों नहीं भर्ती करना चाहती थी ?
उत्तर – मंगु के प्रति माँ की ममता इतनी अधिक थी कि उसे किसी अन्य पर मंगु की देखभाल का भरोसा नहीं था। वह कहती थी कि मैं माँ होकर उसका पूरा ख्याल नहीं रख पाती तो अस्पताल वाले पड़ाए उसकी देखभाल क्या करेंगे। इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती नहीं कराना चाहती थी।
(3) एक वृक्ष की हत्या शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – एक वृक्ष की हत्या शीर्षक बहुत ही सार्थक है। यह कविता की भावना और आत्मा की अनुरूप है। यह शीर्षक बोलने और समझने में सरल तथा स्पष्ट है। यह कविता का केंद्रबिंदु भी है, अतः सार्थक है। यह शीर्षक विषयवस्तु के अनुकूल है क्योंकि यह कविता काटे गए एक वृक्ष के बहाने पर्यावरण मनुष्य और सभ्यता के विनाश की अंतव्यर्था को अभिव्यक्त करती है।
(4) कहानी छोटा मुँह बड़ी बात कहती है। इस दृष्टि से बहादुर कहानी पर विचार करें।
उत्तर – बहादुर कहानी एक नौकरी की परिस्थिति पर आधारित है। इस दृष्टि से किसी महत्वपूर्ण सामाजिक अंग की परिचर्चा नहीं करती है। किन्तु इस कहानी के तथ्य बहुत मार्मिक है। बालश्रम बालमनोदशा, विलासिता में दुबे घर परिवार का आडंबर आदि बड़ी सामाजिक विषमताओं को मनोरंजक ढंग से उजागर किया गया है। इसलिए छोटा मुँह बड़ी बात है।
(5) जातिवाद के पोषक उसके पक्ष में क्या तर्क देते हैं ?
उत्तर – जातिवाद के पोषक उसके पक्ष में तर्क देते हैं कि आधुनिक सभ्य समाज कार्यकुशलता के लिए श्रम- विभाजन को आवश्यक मानता है। क्योंकि जातिप्रथा भी श्रम- विभाजन का ही दूसरा रूप है। इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
(6) खोखा किन मामलों में अपवाद था ?
उत्तर – सेन साहब को पाँच पुत्रियाँ थी। पुत्र का जन्म तब हुआ जब संतान की कोई उम्मीद बाकी नहीं रह गई थी। अर्थात सेन साहब को पुत्र तब नसीब हुआ जब पति-पत्नी दोनों बुढ़ापे के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके थे। इसलिए खोखा जीवन के नियमों के अपवाद के साथ-साथ घर के नियमों का भी अपवाद था।
(7) लेखक की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कहाँ हो सकते हैं और क्यों ?
उत्तर – लेखक की दृष्टि से सच्चे भारत के दर्शन गाँवों में हो सकते हैं क्योंकि वहाँ के लोग, भूभाग और परिवेश सब कुछ प्राकृतिक रूप में और शुद्ध रूप में मिलते हैं। गाँवों में ही भारत की आत्मा निवास करती है। सच्चे भारत के दर्शन ग्रामीण जीवन की सादगी, त्याग, प्रेम , उत्कृष्टतम पारस्परिक सम्बन्ध आदि में देखने को मिलते हैं।
(8) बढ़ते नाखूनों द्वारा प्रकृति मनुष्य को क्या याद दिलाती है ?
उत्तर – बढ़ते नाखूनों द्वारा प्रकृति मनुष्य को यह याद दिलाती है कि तुम भीतर वाले स्वाभाविक अस्त्र से अब भी वंचित नहीं किए गए हो। तुम्हारे नाखून भुलाए नहीं जा सकते। तुम वही प्राचीनतम नख एवं दन्त वाले पशु हो। तुम नाखूनों को चाहे जितना काटो वे बढ़ते ही रहेंगे। अतः प्रकृति मनुष्य को आदिमानव रूप की याद दिलाती है।
(9) वाणी कब विष के समान हो जाती है ?
उत्तर – वाणी तब विष के समान हो जाती है जब व्यक्ति राम- नाम की चर्चा या भजन ना करके सांसारिकता की चर्चा करता है। तात्पर्य यह कि जब व्यक्ति ईश्वर के नाम की महिमा का गुणगान न करके मति- भ्रमता के कारण पूजा- पाठ कर्मकांड या ब्राह्माडंबर मैं विश्वास करने लगता है।
(10) संधि की परिभाषा लिखें ।
उत्तर – दो वर्णों के मेल से जो विकार उत्पन्न होता है उसे संधि कहते हैं। जैसे – देव+आलय = देवालय
गण +ईश = गणेश आदि।