Class 10th science vvi subjective question
(1) सूर्योदय के समय सूर्य लाल क्यों प्रतीत होता है ?
उत्तर – सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य क्षितिज के निकट होता है। लाल रंग का तरंगदैध्र्य अधिक होने के कारण क्षितिज के समीप इसका न्यून भाग की उपस्थिति कानों के द्वारा प्रर्किन होता है। परिमाणस्वरूप यह अन्य वर्णों की अपेक्षा अधिक दूर तक पहुंच जाता है। जब यह किरणें हमारी आंखों में पड़ती है तो हमें सूर्य रक्ताभ प्रतीत होता है।
(2) उत्तल दर्पण एवं अवतल दर्पण में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर -उत्तल दर्पण एवं अवतल दर्पण में निम्नलिखित अंतर है-
उत्तल दर्पण –
(i) उत्तल दर्पण में हमेशा काल्पनिक प्रतिबिंब बनता है।
(ii) इसका दृष्टि क्षेत्र बड़ा होता है।
(iii) उत्तल दर्पण की परावर्तक सतह उभरी हुई होती है।
(iv) इसमें प्रतिबिंब छोटा बनता है।
(v) इसमें सीधा प्रतिबिंब बनता है।
अवतल दर्पण –
(i) अवतल दर्पण में वास्तविक एवं काल्पनिक दोनों प्रकार के प्रतिबिंब बनते हैं।
(ii) इसका दृष्टि क्षेत्र छोटा होता है।
(iii) अवतल दर्पण की परावर्तक सतह धँसी हुई होती है।
(iv) इसमें प्रतिबिंब बड़ा छोटा तथा वस्तु के आकार का तीनों प्रकार का बनता है।
(v) इसमें प्रतिबिंब उल्टा और सीधा दोनों बनते हैं।
(3) दूर दृष्टि दोष से आपका क्या अभिप्राय है? इस दोष का निवारण किस प्रकार किया जा सकता है ?
उत्तर – नेत्र गोलक छोटा होने के कारण आँख का लेंस नजदीक की वस्तुओं का प्रतिबिंब रेटिना के पीछे बनता है। इसलिए आँख नजदीक की वस्तुओं को साफ-साफ नहीं देख पाती है, लेकिन दूर की वस्तुओं को साफ-साफ देख पाती है। इस दृष्टि- दोष को दूर- दृष्टि दोष कहा जाता है। इसे दूर करने के लिए उचित फोकस दूरी के उत्तल लेंस का व्यवहार किया जाता है।
(4) घरों के विद्युत परिपथ में विद्युत उपकरण समांतर क्रम में क्यों जोड़े जाते हैं?
उत्तर- प्रत्येक परिपथ में विद्युत उपकरण विद्युन्मय तथा उदासीन तारों के बीच समांतर क्रम में जुड़े होते हैं । प्रत्येक उपकरण में धारा के प्रवाह को संचालित करने के लिए अलग-अलग स्विच लगे होते हैं। इससे यह लाभ है की यदि एक परिपथ को कोई स्विच बंद हो तब भी अन्य उपकरणों के परिपथ पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके अलावा यह परिपथ से जुड़े सभी उपकरणों को सामान वोल्टता प्रदान करता है। ऐसा करने से सभी समांतर शाखोंओ के शिरों के बीच का विभावांतर बराबर होता है। इसलिए लैंप बिजली का आयरन रेफ्रिजरेटर रेडियो आदि को एक ही विभव पर प्रचलन के योग्य बनाया जा सकता है।
(5) प्रतिरोधकता या विशिष्ट प्रतिरोध क्या है?
उत्तर -किसी चालक का प्रतिरोध उसकी लंबाई के समानुपाती और उसके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है। प्रतिरोधकता या विशिष्ट प्रतिरोध कहलाता है। दिए गए ताप पर किसी पदार्थ की प्रतिरोधकता नियम होती है प्रतिरोधकता या विशिष्ट प्रतिरोध का S. I मात्रक ओम -मीटर होता है।
(6) बिजली के बल्ब में निष्क्रिय गैस क्यों भरी जाती है ?
उत्तर -बिजली के बल्ब में बारीक तार की ऐंठी हुई कुंडली होती है, जिसे फिलामेंट कहते हैं। इसी फिलामेंट से जब विद्युत धारा प्रभावित होती है तब हमें प्रकाश मिलता है। यदि फिलामेंट से हवा के माध्यम में धारा प्रभावित कराई जाए तो यह फिलामेंट हवा की ऑक्सीजन से ऑक्सीकृत होकर भंगुर हो जाएगा और टूट जाएगा। इसलिए बल्ब की हवा निकालकर निष्क्रिय गैस भर दी जाती है।
(7) वायु में गमन करती प्रकाश की एक किरण जल में तिरछी प्रवेश करती है क्या प्रकाश किरण अभिलंब की ओर झुकेगी अथवा अभिलंब से दूर हटेगी? बताइए क्यों?
उत्तर- वायु में गमन करती प्रकाश की एक किरण जल में तिरछी प्रवेश करती है। विरल माध्यम में प्रकाश की चाल सघन माध्यम की अपेक्षा अधिक होती है। आता है विरल माध्यम से सघन माध्यम में गमन करने वाली प्रकाश की किरण धीमी हो जाती है तथा अभिलंब की ओर झुक जाती है।
(8) जरा -दृष्टिदोष क्या है और इसे कैसे दूर किया जाता है?
उत्तर-नेत्र लेंस कड़ा हो जाने के कारण उसकी समंजन क्षमता में कमी आ जाती है। इस दृष्टिदोष को जरा दृष्टिदोष कहते हैं और इसके उपचार के लिए बाइफोकस लेंस काम में लाया जाता है।
(9) प्रतिरोध क्या है ?
उत्तर – किसी पदार्थ का वह गुण जिसके कारण वह विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है, प्रतिरोध कहलाता है।
प्रतिरोध (R)= विभव(V)|धारा(I)
(10) डायनेमो की बनावट क्रिया एवं सिद्धांत का सचित्र वर्णन करें।
उत्तर – डायनेमो एक विद्युत उपकरण है, जिसकी सहायता से यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। यह उपकरण विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है।
Student